मित्रों, डर एक नकारात्मक भावना (negative feeling) है। यह केवल मनुष्यों में ही नहीं, बल्कि पशुओं में भी अनुभूत की जाती है। अधिकांश के लिए यह एक अप्रिय भावा होती है।
डर के लक्षण क्या क्या हैं?
व्यक्ति को पसीना आ जाता है। उसकी मांसपेशियों में तनाव हो जाता है, सांस की दर एवं दिल की गति तेज हो जाती है आदि।
निडर बनने के सबसे बेहतरीन तरीके क्या हैं?
मित्रों, मन में किसी भी प्रकार का डर हो, उससे निडर (fearless) बनकर ही निपटा जा सकता है। निडर बनने के एक दो नहीं, बल्कि अनेकों तरीके हैं। दोस्तों अब आपको बताएंगे कि निडर बनने के सबसे बेहतरीन तरीके क्या हैं
1. सबसे पहले डर का कारण जानें फिर उसे दूर करें-
किसी भी डर को दूर करने के लिए सबसे पहला कदम आपको यह उठाना होगा कि सबसे पहले उसका कारण (reason) जानें। आपको कारण पता चल गया तो फिर उस डर को दूर करना आसान हो जाएगा।
2. जिस काम से आप डरते हैं, उसे जरूर करें-
डर को मारने का इलाज डर के ही भीतर है। यानी आपको वह काम जरूर करना चाहिए, जिससे आप डरते हैं। आपका डर तभी खत्म होगा।
3. डर से बाहर आने के लिए इमेजिनेशन थेरेपी यूज करें-
साथियों, इमेजिनेशन थेरेपी (imagination therapy) डर को दूर भगाने का एक कारगर उपाय है। दरअसल, इस थेरेपी में हम अपने आपको अपने डर के पिंजरे से बाहर आते देखते हैं।
4. प्रतिदिन मेडिटेशन/योगाभ्यास/व्यायाम अवश्य करें
मित्रों, योगाभ्यास के साथ ही व्यायाम भी काम की चीज है। आप गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे आपका अपनी सांसों पर कंट्रोल (control on breath) स्थापित होगा।
5. अपनी सोच को पाजिटिव रखें-
जब हमें डर लगता है तो चारों ओर से नकारात्मकता (negativity) घेर लेता है। जैसे-कोई बीमारी हो जाए तो मरने का डर सताने लगता है।
6. व्यस्त रहें, मस्त रहें डर पास नहीं फटकेगा-
यह तो आपने भी सुना होगा कि ‘खाली दिमाग शैतान का घर‘। ऐसे में इससे बचने का सरल उपाय यह है कि आप व्यस्त रहें (be busy) और मस्त रहें।
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