हमारे देश में प्रशासनिक सेवाओं (administrative services) में जाने के लिए युवाओं में एक अलग ही तरह का क्रेज (craze) देखने को मिलता है।

इस सेवा के साथ जुड़ा रुतबा ज्यादातर को अपनी ओर खींचता है। मां-बाप भी अपने बच्चों को बड़ा अफसर बनने की चाहत में उनके लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से नहीं चूकते।

सबसे अधिक प्रतियोगी आईएएस यानी भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहते हैं। इसके बाद उनकी प्राथमिकता अपने राज्यों की प्रशासनिक सेवा होती है।

यदि बात राजस्थान (rajasthan) की करें तो यहां के युवाओं में भी आरएएस का खूब क्रेज है। वे भी राज्य की सबसे प्रतिष्ठित सेवा के अधिकारी बनकर नाम कमाने की चाह रखते हैं।

यदि आप भी राजस्थान के रहने वाले हैं और प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं तो आज आप एकदम सही ठिकाने पर हैं। आज हम आपको इस पोस्ट में आरएएस (RAS) से संबंधित सारी जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

आरएएस क्या होता है?

हम जानेंगे कि आरएएस क्या होता है?  यदि फुल फार्म (full form) की बात करें तो आरएएस की फुल फार्म राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस  होती है। इसे हिंदी में राजस्थान प्रशासनिक सेवा भी कहा जाता है।

आरएएस के क्या क्या कार्य होते हैं?

1. सरकारी योजनाओं को कागजों से धरातल तक पहुंचाना। 2.अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यों को मानिटर करना। 3. नियम विरुद्ध कार्य करने वाले लोगों पर कार्रवाई करना।

आरएएस के लिए परीक्षा का आयोजन कौन कराता है?

आरएएस के लिए भर्ती राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) अर्थात आरपीएससी (RPSC) द्वारा की जाती है।

        शैक्षिक योग्यता

आरएएस की परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय  से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल होना रखी गई है। इसमें स्ट्रीम की किसी प्रकार की कोई बाध्यता नहीं है।

      आयु सीमा 

आरएएस (RAS) में बैठने की उम्र न्यूनतम (minimum) 21 वर्ष एवं अधिकतम (maximum) 35 वर्ष निर्धारित की गई है। साफ है कि आरएएस की परीक्षा की तैयारी के लिए प्रतियोगी के पास खासा समय होता है।

आरएएस अधिकारी बनने के लिए क्या करें?  इसकी अधिक जानकारी के लिए नीचे लिंक पर यहाँ क्लिक करें?