दोस्तों, आइए सबसे पहले इस प्रधानमंत्री आवास योजना को ठीक से समझ लेते हैं। आपको बता दें कि इस योजना की शुरूआत केंद्र सरकार ने आज से करीब सात वर्ष पूर्व 25 जून, 2015 में शहरी एवं आवास मामलों के मंत्रालय के अधीन की थी।

इसका उद्देश्य आजादी की 75वीं वर्षगांठ यानी 2023 तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों (urban and rural areas) में रह रहे ऐसे लोगों को घर मुहैया कराना था, जिनके पास अपने मकान नहीं थे।

आपको बता दें दोस्तों योजना के अंतर्गत नौ राज्यों के 305 नगरों एवं कस्बों को शामिल किया गया था। प्रधानमंत्री आवास योजना को तीन फेज (phase) में विभक्त किया गया था।

पहला चरण सन् 2015 से शुरू कर सन् 2017 तक चला था। इस पहले चरण के तहत 100 से भी ज्यादा शहरों में घर बनाए गए। इसके पश्चात इस योजना का दूसरा चरण सन् 2017 से सन् 2019 तक चला, जिसके अंतर्गत 200 से भी अधिक शहरों में घरों का निर्माण किया गया।

इस योजना के तीसरे चरण की शुरुआत अप्रैल, 2019 में हुई। इस चरण को मार्च 2023 में पूरा होना था, लेकिन कोरोना (corona) महामारी की वजह से बीच में इस योजना का काम रुका रहा, जिसे देखते हुए सरकार ने इस योजना दो वर्ष के लिए और विस्तारित करने (extension) का निर्णय लिया है।

मित्रों, आपको बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) की आधिकारिक वेबसाइट (official website) के अनुसार इस योजना के तहत कुल 122.69 लाख घर स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 105.03 मकान जमीन पर शुरु हो चुके हैं।

साथियों, यदि बात प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत हो रहे निर्माण पर खर्च होने वाली राशि की करें तो अब तक इन घरों के निर्माण पर 8.31 लाख करोड़ रुपए की राशि निवेश (invest) की जा चुकी है।

इनमें से 2.03 लाख करोड की केंद्रीय मदद (Central assistance) का वादा किया गया था। इसमें से 1.27 करोड़ की राशि केंद्र की ओर से रिलीज की जा चुकी है।

प्रधानमंत्री आवास योजना क्या है? | योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथि क्या है? अधिक जानकारी के लिए नीचे लिंक पर  क्लिक करे?