दोस्तों आज हम आपको केंद्रीय सरकार के द्धारा संचालित एक ऐसी योजना के बारे में जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। जिसका लाभ उठा कर किसान अपनी आमदनी तो बढ़ा ही रहे हैं।
इस योजना का नाम मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना है। इस योजना को पूरे देश में PM Soil Health Card Scheme के नाम से भी जाना जाता है।
मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना भारतीय किसानों के लिये किसी वरदान से कम नहीं है। एक और जहां Soil Health Scheme के तहत किसानों की आमदनी में कई गुना अधिक मुनाफा दर्ज किया जा रहा है।
वहीं ग्रामीण स्तर पर बेरोजगार युवाओं को मृदा परीक्षण लैब बनाने के लिये सरकारी सहायता प्रदान की जा रही है। जो युवा अपने गांव में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला खोलने के इच्छुक हैं
उन्हें केंद्र सरकार के कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग के द्धारा 3.75 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्राप्त हो सकती है।
प्रधानमंत्री मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन योजना के तहत देश भर के गांवों में मौजूद कृषि योग्य खेतों की मिटटी की जांच की जाती है। मिटटी की जांच से पता चलता है, कि मिटटी में किन किन पोषक तत्वों की कमी है।
यदि मिटटी में किसी प्रकार की कोई बीमारी होती है। तो उसकी रिपोर्ट जांच के बाद किसान को मिल जाती है। जिसके बाद किसान अपने खेत में पोषक तत्वों का छिड़काव करके तथा बीमारी दूर करने के लिये दवा आदि का छिड़काव भी कर सकता है।
इस योजना के तहत लैब खोलने के लिये सरकार की ओर से 3.75 लाख रूपये की आर्थिक सहायता भी दी जाती है। लैब खोल लेने के बाद युवाओं को मिटटी के नमूना लेकर आने वाले किसानों की मिटटी की जांच करनी होती है।
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