हर किसी के घर पर एक बिजली meter लगा होता है। यह मीटर इसलिए लगाया जाता है। क्योंकि जब सरकार के द्वारा आपके घर में बिजली को supply किया जाता है। तो आपसे charges लिए जाते हैं।
और वह charge इस मीटर के आधार पर वसूले जाते हैं। क्योंकि इस electronic meter के अंदर आपके द्वारा इस्तेमाल की गई विद्युत मीटर रीडिंग प्रदर्शित होती है।
आपने जितनी भी बिजली इस्तेमाल की होगी। आप उतनी रीडिंग अपने बिजली मीटर पर देख पायेंगे। तथा आपको उतना ही बिजली का bill देना होगा।
बिजली मीटर पर electric reading को देखकर पता लगाया जा सकता है। कि आपने कितने रुपए की बिजली की खपत की है? यही कारण है कि प्रत्येक व्यक्ति के घर पर एक electronic meter लगाया गया है।
तथा प्रत्येक गांव और कस्बों में भी बिजली का मीटर लगाया जा रहा है। ताकि हमारे देश में उपस्थित सभी घरों, गांव और कस्बों में बिजली supply की जा सके। और उनसे charge प्राप्त किया जा सकें।
बिजली मीटर लगाने का एक और लाभ होता है। इसकी सहायता से लोगों के द्वारा बिजली चोरी से बचा जा सकता है। आपको electronic meterके कुछ प्रकार देखने को मिलते हैं।
Electronic meter का इस्तेमाल अधिकतर ग्रामीणों में देखा जाता है। यह मीटर गैर-चुंबकीय धातु का इस्तेमाल करने से घूमती रहती है। प्राचीन समय की बात की जाए तो इस प्रणाली का प्रयोग शहरों में किया जाता था।
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