यदि आप (Homeopathic doctor kaise bante hain) सच में होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको हमारे द्वारा बताये गए हर एक चरण का पालन करना होगा। तभी आप एक सफल होम्योपैथिक डॉक्टर बन पाएंगे।

यदि आप होम्योपैथिक डॉक्टर बनने को लेकर सीरियस हैं तो आपको इसके लिए तैयारी अपनी दसवीं कक्षा से ही शुरू कर देनी होगी। इसके लिए जब आप दसवीं पास कर ले तब आपके पास 11वीं कक्षा में जाने के लिए कई विकल्प होते हैं।

अब जब आपने 11वीं कक्षा में मेडिकल चुन ली हो और बारहवीं में भी आ गए हो तो उसका एग्जाम बहुत ही सावधानी से दे। ऐसा इसलिए क्योंकि आपको आगे होम्योपैथिक डॉक्टर का कौसे करने के लिए सरकारी परीक्षा नीट को क्लियर करना होगा।

अब जब आपने बारहवीं तो अच्छे अंकों से पास कर ली हैं और फिर पीसीबी में भी न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक ले आये हैं तो होम्योपैथिक डॉक्टर बनने का अगला और सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव होता हैं नीट की परीक्षा में बैठना और उसे उत्तीर्ण करना।

दरअसल नीट का पूरा नाम नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) है। हिंदी में नीट का पूरा नाम राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा होता है।

दरअसल जब आप नीट की परीक्षा देंगे तो वहां आपको कई तरह के मेडिकल कोर्स चुनने को मिलेंगे। इसमें सबसे प्रमुख एमबीबीएस की डिग्री या कोर्स होता हैं। इसको करके एक व्यक्ति एलोपैथिक डॉक्टर बनता हैं।

यदि आप सच में होम्योपैथिक डॉक्टर बनने को लेकर सीरियस हैं तो आपको दसवीं के बाद से ही जी जान से मेहनत पर लग जाना चाहिए।

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