आज के इस लेख में आपको फर्म बनाने से संबंधित हर एक जानकारी विस्तार से मिलेगी। इसी सहायता से आप अपनी फर्म आसानी से खोल पाएंगे। आइए जाने फर्म कैसे बनाए और उसके लिए क्या क्या किया जाए।
फर्म क्या है (Firm kya hoti hai)
वहां बैठकर हम सभी तरह के काम करते हैं। उस कार्यालय को ही फर्म के नाम से जाना जाता है। यहाँ बैठकर हम फर्म (Firm kya hota hai) से संबंधित हर काम को देखते हैं और लाभ अर्जित करते है।
फर्म के प्रकार (Firm types in Hindi)
अब जब आपने फर्म के बारे में जान लिया हैं तो आपका फर्म के प्रकार के बारे में भी जानना आवश्यक हैं। दरअसल फर्म किसके नाम पर है, यह उसके प्रकार को दर्शाती है।
#1. प्रोपराइटरशिप फर्म (Proprietorship Firm)
यह सबसे सामान्य फर्म होती है जिसे प्रोपराइटरशिप फर्म के नाम से जाना जाता है। इसमें सामान्यतया उस फर्म का मालिक एक ही व्यक्ति होता है जिसके नाम पर वह संस्थान या फर्म होती है।
#2. साझेदारी फर्म (Partnership firm)
इस फर्म में मुख्यतया एक व्यक्ति ना होकर बल्कि कई व्यक्ति उस फर्म के मालिक होते है। कहने का अर्थ यह हुआ कि साझेदारी फर्म में उक्त फर्म के एक से अधिक व्यक्ति साझेदारी में मालिक होते है।
पार्टनरशिप फर्म क्या होती है (
अब जब हमने आपको साझेदारी फर्म के बारे में बताया तो आपका यह जानना आवश्यक हैं कि आखिर यह होती क्या है। यह तो आपने जान लिया कि साझेदारी फर्म को ही पार्टनरशिप फर्म के नाम से जाना जाता है।
फर्म रजिस्टर कैसे करें
यदि आप अपनी फर्म के एकलौते मालिक हैं तो ऐसे में फर्म की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सरल होती है लेकिन यदि आप फर्म को पार्टनरशिप फर्म के रूप में रजिस्टर करवाना चाहते हैं तो इसकी प्रक्रिया थोड़ी लंबी होती हैं। आइए जाने दोनों रूप में किसी फर्म रजिस्टर कैसे करवाया जा सकता हैं।
पार्टनरशिप फर्म कैसे बनाये?
पार्टनरशिप फर्म बनाने के लिए आपको पहले साझेदारी विलेख बनाना होगा और फिर उसे लेकर मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट ऑफिस में जाना होगा।
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