इसके बारे में ऊपर आपने थोड़ा बहुत जान तो लिया लेकिन फिर भी आपको कंप्यूटर ऑपरेटर की पूरी परिभाषा जान लेनी चाहिए ताकि आपको कंप्यूटर ऑपरेटर के बारे में सही से जानकारी हो सके।
तो आपको क्या लगता है कि कंप्यूटर पर केवल मनोरंजन या कोडिंग से जुड़ा हुआ ही काम होता है? यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत है। दरअसल कंप्यूटर पर डाटा एंट्री, चीज़ों को मैनेज करना, रिपोर्ट्स बनाना, इत्यादि कई तरह के काम होते हैं।
अब यदि कोई सेल्स का काम हो रहा है तो वहां सेल्स मैनेजर काम करेंगे लेकिन उसके द्वारा कंप्यूटर पर उनकी एंट्री इत्यादि का काम नहीं किया जाएगा। उसके लिए उस कंपनी को किसी कंप्यूटर ऑपरेटर को हायर करना होगा
जो उनके लिए इन सेल्स की एंट्री करने का काम करेगा। इसी के साथ (who is a Computer operator in Hindi) यदि सिस्टम में किसी तरह की तकनीकी खराबी आती है फिर चाहे वह हार्डवेयर की हो या सॉफ्टवेर की तो उसके लिए भी कंप्यूटर ऑपरेटर की जरुरत होती है।
तो एक तरह से जो भी काम कंप्यूटर पर सामान्य रूप से किया जाता है फिर चाहे वह हार्डवेयर का हो या सॉफ्टवेर का, तकनीकी समस्या को ठीक करना हो या डाटा एंट्री का काम, यह सब कंप्यूटर ऑपरेटर के द्वारा ही किया जाता है।
अब जब आप कंप्यूटर ऑपरेटर की परिभाषा के बारे में जान चुके हैं तो अब बारी है कंप्यूटर ऑपरेटर के प्रकारों के बारे में जानने की। कंप्यूटर ऑपरेटर को उनके काम के (Computer operator ke prakar) अनुसार दो भागो में बांटा जा सकता है
जो उनकी पहचान भी होता है। इसमें एक को समस्या सुलझानी होती है तो दूसरे को कंप्यूटर पर सामान्य काम करना होता है। दोनों के ही काम में बहुत अंतर देखने को मिलता है। ऐसे में आइए जाने कंप्यूटर ऑपरेटर के दोनों प्रकारों के बारे में।
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