हमारे देश में बहुत से स्टार्ट-अप यूनिकार्न (unicorn) का दर्जा भी प्राप्त कर चुके हैं। अब आप यह अवश्य सोच रहे होंगे कि आखिर ये यह यूनिकार्न स्टार्ट-अप क्या है?

यदि स्टार्ट-अप के अर्थ की बात करें तो किसी भी व्यापार के शुरूआती बिंदु (initial point) अथवा अवधि को स्टार्ट-अप की संज्ञा दी जाती है। यह वह अवधि (period) होती है, जब कोई व्यापार विकसित होने के लिए तैयार हो रहा होता है।

जब किसी कंपनी को किसी बेसिक आइडिया के साथ शुरू किया जाता है और यह कंपनी लगातार प्रगति पथ पर अग्रसर होकर एक बिलियन डॉलर (billion dollar) से अधिक की वैल्यूएशन (valuation) के पार पहुंच जाती है तो इसे यूनिकार्न स्टार्ट-अप (unicorn start-up) पुकारा जाता है।

आपको बता दें दोस्तों कि पहली बार इस शब्द को आज से नौ वर्ष पूर्व सन् 2013 में कैलिफोर्निया (California) स्थित पालो आल्टो के एक वेंचर कैपिटलिस्ट (venture capitalist) ऐलीन ली द्वारा इस्तेमाल किया गया था।

आपको बता दें कि ली एक सीड स्टेज (seed stage) वेंचर कैपिटल फंड काउबॉय वेंचर्स (cowboy venturs) के संस्थापक (founder) थे।

हमारे भारत में भी स्टार्ट-अप तेजी से उभर रहे हैं। आपको बता दें कि अगस्त, 2023 तक भारत में कुल यूनिकार्न स्टार्ट-अप (unicorn start-up) की संख्या 107 थी। इनकी संयुक्त वैल्यू 343 बिलियन डालर से भी अधिक थी।

जब किसी स्टार्ट-अप का वैल्यूएशन एक बिलियन डालर से अधिक हो जाता है तो उसे यूनिकार्न का दर्जा हासिल हो जाता है।

यूनिकार्न स्टार्ट-अप क्या होता है? अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर  क्लिक करे?