Airbus A-321 के लिए विकसित होंगे UP के पांच एयरपोर्ट, Yogi सरकार का बड़ा प्लान
Airbus A-321 के लिए विकसित होंगे UP के पांच एयरपोर्ट, Yogi सरकार का बड़ा प्लान
यूपी की एयर कनेक्टिविटी को बेहतर करने और निवेश बढ़ाने के लिए योगी सरकार ने अब राज्य में हवाई सेवाओं के चौतरफा विस्तार की गति तेज कर दी है।
यूपी की एयर कनेक्टिविटी को बेहतर करने और निवेश बढ़ाने के लिए योगी सरकार ने अब राज्य में हवाई सेवाओं के चौतरफा विस्तार की गति तेज कर दी है।
इन एयरपोर्ट को एयरबस A-321 के अनुकूल विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश के पांच जिलों में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि को चिन्हित कर लिया गया है।
इन एयरपोर्ट को एयरबस A-321 के अनुकूल विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश के पांच जिलों में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि को चिन्हित कर लिया गया है।
पांच जिलों में हवाईअड्डे के विस्तार के लिए करीब 2600 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी जाएगी। इन हवाई अड्डों को एयरबस ए-321 के अनुकूल बनाने के लिए विकसित किया जाएगा।
पांच जिलों में हवाईअड्डे के विस्तार के लिए करीब 2600 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी जाएगी। इन हवाई अड्डों को एयरबस ए-321 के अनुकूल बनाने के लिए विकसित किया जाएगा।
इन पांच एयरपोर्ट पर फोकस यूपी में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित पांच एयरपोर्ट- अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, म्योरपुर सोनभद्र तथा श्रावस्ती को एयरबस A-321 के अनुकूल विकसित किया जा रहा है।
इन पांच एयरपोर्ट पर फोकस यूपी में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित पांच एयरपोर्ट- अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, म्योरपुर सोनभद्र तथा श्रावस्ती को एयरबस A-321 के अनुकूल विकसित किया जा रहा है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इन जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें सभी जिलों के डीएम ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी और वन विभाग ने शहर में एयरपोर्ट के लिए जमीन चिन्हित कर ली है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इन जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें सभी जिलों के डीएम ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी और वन विभाग ने शहर में एयरपोर्ट के लिए जमीन चिन्हित कर ली है।
श्रावस्ती के डीएम ने बताया कि बौद्ध तपोस्थली में कुछ वर्ष पूर्व हवाई पट्टी बनाई गई थी। इसे रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम के तहत एयरपोर्ट में तब्दील करते हुए एयरबस A-321 के लिए विकसित किया जाना है। इसके लिए 300.912 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, इस पर 8,17,85,00,000 रुपये खर्च किए जाएंगे।
श्रावस्ती के डीएम ने बताया कि बौद्ध तपोस्थली में कुछ वर्ष पूर्व हवाई पट्टी बनाई गई थी। इसे रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम के तहत एयरपोर्ट में तब्दील करते हुए एयरबस A-321 के लिए विकसित किया जाना है। इसके लिए 300.912 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, इस पर 8,17,85,00,000 रुपये खर्च किए जाएंगे।
देवागना में एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चित्रकूट के डीएम अभिषेक आंनद ने बताया कि देवागना में एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। अब इसे एयरबस A-321 के अनुकूल विकसित करने के लिए 171 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। इसके लिए 23,94,00,000 रुपये खर्च होंगे।
देवागना में एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चित्रकूट के डीएम अभिषेक आंनद ने बताया कि देवागना में एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। अब इसे एयरबस A-321 के अनुकूल विकसित करने के लिए 171 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। इसके लिए 23,94,00,000 रुपये खर्च होंगे।
इसी तरह अलीगढ़ में धनीपुर के पास एयरपोर्ट को विकसित किया जाएगा। इसके लिए 279.5325 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर लिया गया है। इसके लिए 9,66,94,00,000 रुपये खर्च होंगे।
इसी तरह अलीगढ़ में धनीपुर के पास एयरपोर्ट को विकसित किया जाएगा। इसके लिए 279.5325 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर लिया गया है। इसके लिए 9,66,94,00,000 रुपये खर्च होंगे।
वहीं आजमगढ़ डीएम ने बताया कि एयरपोर्ट के लिए 282.4048 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर लिया गया है। इसके लिए 7,79,09,66,490 रुपये खर्च होंगे।
वहीं आजमगढ़ डीएम ने बताया कि एयरपोर्ट के लिए 282.4048 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर लिया गया है। इसके लिए 7,79,09,66,490 रुपये खर्च होंगे।
इसी क्रम में सोनभद्र डीएम ने बताया कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए 278.424 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित किया गया है। इसके लिए 9,28,92,840 रुपये खर्च होंगे। पांचों एयरपोर्ट के लिए खर्च की जाने वाली धनराशि में स्टाम्प शुल्क, रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ अधिष्ठान व्यय भी शामिल है।
इसी क्रम में सोनभद्र डीएम ने बताया कि एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए 278.424 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित किया गया है। इसके लिए 9,28,92,840 रुपये खर्च होंगे। पांचों एयरपोर्ट के लिए खर्च की जाने वाली धनराशि में स्टाम्प शुल्क, रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ अधिष्ठान व्यय भी शामिल है।